जय मेवाड़

वीरों की भूमि मेवाड़ को शत शत नमन

Breaking News

For Support and Donation : Phone Pay : 9785416632 PayTm : 9785416632

शनिवार, 9 दिसंबर 2017

भाग - 35 मेवाड़ का इतिहास - सन 1273 - 1301 ईस्वी. रावल समर सिंह | Rawal Samar Singh |



भाग 35 - मेवाड़ का इतिहास
रावल समर सिंह  



रावल समर सिंह  का जन्म:-
 1273 ई. में मेवाड़ के शासक बने रावल समरसिंह के 2 पुत्र हुए - रतनसिंह व कुम्भकर्ण  कुम्भकर्ण नेपाल चले गए | नेपाल का राजवंश यहीं से निकला | नेपाल के शासकों ने "राणा" की उपाधि धारण की |
रावल समर सिंह का राज्यकाल(1273 – 1301 ईस्वी)
 
रावल समर सिंह ने अल्लाहुद्दीन खिलजी से कर वसूला जब अल्लाहुद्दीन खिलजी गुजरात में युद्ध के लिए जा रहा था तो मेवाड़ से होकर गुजरा तो मेवाड़ को पास करने के लिये उसे समर सिंह को रस्ते का कर देना पड़ा इस बात से उसके मन में बदला लेने की भावना उत्पन्न हो गयी |

रावल समर सिंह के युद्ध
 
मृत्यु

1302 ई. में रावल समरसिंह का देहान्त हुआ व इनके पुत्र रावल रतनसिंह मेवाड़ के शासक बने

18 टिप्‍पणियां:

  1. Prithviraj Chauhan ki bhn s inki shadi nhi hui kyuki wo 1192 m the ye 1301 m the socho unki bhn ki shadi insse kese ho skti h ?

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. Haa lekin prithiviraj raso me kaha hai ki unki shaadi hui thi par sambhav hai ki ye wo nahi the

      हटाएं
    2. Prithviraj raso mai jhoot likha hai
      Prithviraj Vijay hai jisme sab sach likha h

      हटाएं
    3. parthvraj chouhan 3 ki bhen(partha bai) ki shadi samant shing se hui thi jo 1192 tarain ke yudd me mara gya tha

      हटाएं
    4. वो सामंत सिंह मेवाड़ थे ।इनका विवाह प्रथा बाई से हुआ था।।

      हटाएं
  2. Prithviraj chauhan ke samaya ke samar singh kon the kyu ki isme samar singh ka karykal prithviraj ke mar jane ke bad ka hai

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. पृथ्वीराज चौहान का दोस्त था समर सिंह मोहम्मद गोरी ने आक्रमण कर दिया था चित्तौड़गढ़ पर तब मदद मांगने आया था समर सिंह पृथ्वीराज से उसके बाद

      हटाएं
    2. वो सामंत सिंह थे भाई

      हटाएं